प्रयागराज में 144 साल बाद बने योग्य में देश का हर व्यक्ति संगम में डुबकी लगाना चाह रहा है और इसी चाहत को पूरा करने लिए हर रोज करोड़ों की भीड़ प्रयागराज पहुंच रही है । आस्था के इस सैलाब की साक्षी पूरी दुनिया बनी हुई है । कही भी करोड़ों की भीड़ को संभालना अपने में ही एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, जिसको यूपी सरकार और यूपी पुलिस बख़ूबी संभाल रही थी पर मौनी अमावस्या की वो रात बहुतों की जिंदगी में ग्रहण लगाकर चला गया और यूपी सरकार और यूपी पुलिस पर बड़ा सवालिया निशान छोड़ गया।प्रयागराज में 144 साल बाद लगे महाकुंभ में मौनी अमवस्या पर मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत और 60 श्रद्धालु घायल हो गए थे, इस हादसे में उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के कई लोगों की मौत हुई है, अब प्रयागराज से शव उनके घर पर पहुंचने लगे हैं, मिर्जापुर और आजमगढ़ की एक-एक महिला और गोंडा के एक पुरुष की मौत हो गई थी, जिनके शव घर पहुंचे तो हड़कंप मच गया । चुनार के नुआंव गांव में पसरा मातम – मिर्जापुर के चुनार थाना क्षेत्र के नुआंव गांव की रहने वाली रीना यादव (56) पिछले 15 वर्षों से अपने पति के साथ प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकमेरा पट्टी में रहती थी, हादसे की रात रीना यादव अकेले घर से संगम स्नान के लिए निकली थी, भगदड़ में दब जाने से उनकी मौत हो गई,पुलिस ने मोबाइल के जरिए परिजनों को फोन किया, इसके बाद परिवार के लोग प्रयागराज के लिए रवाना हुए, रीना के देवर धनेश यादव मीडिया से बताया कि “उनके भाई रामकेश एयरफोर्स से रिटायर होने के बाद धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकमीरा पट्टी में रह रहे हैं, भाभी रीना भी वहीं रह रहीं थीं रीना की बेटी गुजरात में सीबीआई में तैनात है,जबकि बेटा इंडोनेशिया में इंजीनियर है, रीना यादव अकेले ही संगम पर नहाने गई थी, इस दौरान भगदड़ मचने पर कुचलकर उनकी मौत हो गई, पुलिस ने पति रामकेश यादव को सूचना दी ।आगजमढ़ में भी मचा कोहराम – आजमगढ़ के सरायमीर थाना क्षेत्र के रसूलपुर बरवा गांव निवासी कमलावती चौहान (53) पत्नी बृजलाल चौहान 28 जनवरी को अपनी बेटी आकांक्षा व उसकी छह माह की बेटी अछिता और बहू सुषमा सहित कुल 10 लोग महाकुंभ में गए थे, इसी दौरान अमृत स्नान के समय भीड़ अनियंत्रित हो गई, इस हादसे में कमलावती चौहान का हाथ उनकी बेटी और बहू से छूट गया, हादसे में किसी तरह आकांक्षा ने अपने छह माह की बेटी को तो बचा लिया लेकिन मां को नहीं बचा सकी, इस हादसे में कमलावती चौहान की मौत हो गई, बुधवार देर रात कमलावती का शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया ।गोरखपुर में भी पहुंचा शव, समूचा गांव गमगीन – उनवल नगर पंचायत, खजनी तहसील के निवासी पन्नालाल साहनी और नगीना देवी की भी मौत महाकुंभ भगदड़ में हो गई, शव उनके घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का रुदन देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं। विधायक और नायब तहसीलदार ने ढांढस बंधाया। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय विधायक प्रदीप शुक्ल और नायब तहसीलदार खजनी राम सूरज प्रसाद मृतकों के घर पहुंचे और शोक संतप्त परिवारजनों को ढांढस बंधाया। उन्होंने परिजनों को प्रदेश शासन द्वारा हर संभव मदद का आश्वासन दिया। नम आंखों से लोगों ने अंतिम विदाई दी ।25 लाख में क्या वापस आ जाएंगी जिंदगियां – महाकुंभ में भगदड़ के बाद राजनीतिक वाद विवाद भी बढ़ चुका है पक्ष – विपक्ष पूरी तरह से आमने सामने है,सब सत्ता पाने के लिए महाकुंभ को जरिया बना रहे हैं, मौजूदा सरकार ने मृतकों के परिवार को 25 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया पर सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है की क्या वाकई 25 लाख में मरे हुए लोगों को वापस लाया जा सकता है?
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Pydhonie SI confirmed the arrest of two accused on After Body Found in Suitcase at Dadar Station! on
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