एक तरफ जहां सूबे के मुखिया उत्तर प्रदेश भय मुक्त का दावा करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ यूपी में अपराध के आंकड़े कुछ अलग ही तस्वीर बयां करते हैं,पूरे उत्तर प्रदेश में आए दिन अपराध के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं,
वो फिर चाहे हत्या के मामले हो या फिर लूट के विगत कुछ महीने पहले हुए सुल्तानपुर लूट कांड शायद ही कोई भूला होगा पुलिस थाने के महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित गहने के दुकान पर दिन दहाड़े एक बड़े लूट को अंजाम दिया जाता है और पुलिस को भनक तक नहीं लगती जिसके बाद से ही सियासत गर्म हो जाती है विपक्ष पूरी तरह से बीजेपी सरकार को घेरती है जिसके बाद से धरपकड़ तेज हो जाती है और कुछ दिन बाद एनकाउंटर होती है जिसके बाद सियासत का रुख ही बदल जाता है जहां एक तरफ कांग्रेस भाजपा को घेरती है तो वहीं सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव एनकाउंटर को ही फर्जी बता देते हैं, अखिलेश यादव का बयान भी वायरल होता है की एनकाउंटर पूरी तरह से फर्जी था सिर्फ जाति देखकर एक मासूम को मौत के घाट उतार दिया जाता है, शुरू से ही सूबे में अपराध को लेकर पक्ष विपक्ष में तनातनी चलती आई है, विपक्ष मौजूदा सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ती है, यूपी का सबसे प्राचीन शहर काशी भी अपराध से अछूता नहीं रहा है, हाल ही में काशी के लंका क्षेत्र में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी जाती है और सुराग तक नहीं छोड़ा जाता । काशी में अपराधी दिन दहाड़े अवैध तमंचा लेके बीच सड़क पर घूम रहे है ऐसा ही मामला देखने को मिला काशी में जहां
पुलिस आयुक्त वाराणसी द्वारा अपराधों की रोकथाम के मद्देनजर चोरी, लूट की घटनाओं के सफल अनावरण एवं वांछित, फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपायुक्त काशी जोन के निर्देशन में, अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन के पर्यवेक्षण में सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली ईशान सोनी व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली राजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर नाजायज असलहा व कारतूस लेकर अपराध करने की मंशा से घूम रहे दो व्यक्तियों को हरिश्चंद्र पार्क शौचालय के पास से गिरफ्तार किया गया।
जिनके पास से नाजायज दो देशी तमंचा 315 बोर व 3 जिन्दा कारतूस 315 बोर व एक एण्ड्राएड ओप्पो मोबाइल फोन को बरामद किया गया। उक्त बरामदगी व गिरफ्तारी के सम्बन्ध में थाना कोतवाली पर मु असं. 123/2024 धारा 3/25/29 आर्म्स एक्ट व मु असं. 124/2024 धारा 3/25 आर्म्स एक्ट को पंजीकृत करते हुए गिरफ्तारशुदा अभियुक्तगण के खिलाफ थाना कोतवाली द्वारा विधिक कार्यवाही की जा रही है।
पूछताछ में अभियुक्त सोनू के द्वारा बताया गया कि मैंने असलहा व कारतूस अपने दोस्त कृष्णा उर्फ बेचन यादव पुत्र रामजी यादव निवासी दारानगर थाना कोतवाली वाराणसी से खरीदा था तथा आयुष को मैने असलहा व कारतूस बेचा था।
अभियुक्त सोनू के मोबाइल फोन के अवलोकन से भी यह तथ्य प्रकाश में आया है कि अभियुक्त सोनू के द्वारा अपने मोबाइल फोन में असलहों का फोटो रखा है जिसे वह क्रय करने वालों को वाट्सएप के माध्यम से भेजकर बेचने व खरीदने की बात करता है।
गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह, उपनिरीक्षक पवन पाण्डेय चौकी प्रभारी कबीरचौरा, उपनिरीक्षक देवेन्द्र कुमार गुप्ता चौकी प्रभारी अम्बियामण्डी, उपनिरीक्षक हिमांशु कुमार, हेड कांस्टेबल कुलदीप गुप्ता, कांस्टेबल शिवम भारती थाना कोतवाली शामिल रहे। इन सभी मामलों से ये बड़ा सवाल खड़ा होता है की आखिर सरकार किस आधार पर यूपी भय मुक्त का दावा करती है ? सरकार के दावों में आखिर कितनी सच्चाई है ? सवाल बहुत है पर जवाब एक भी नहीं |