आज उत्तर प्रदेश में महिला हिंसा और असुरक्षा की स्थिति बेहद भयावह है। महिलाओं से जुड़े हिंसा तथा बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों ने आम इंसान को बहन बेटियों की सुरक्षा को लेकर सोचने पर मजबूर कर दिया है। उसमे भी सबसे अधिक दुख की बात यह है कि वाराणसी, जोकि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है। वहां भी महिलाओं की महफूज नहीं हैं । पिछले सितंबर माह से बनारस की बेटी रोशनी कुशल जायसवाल के परिवार को पुलिस प्रताड़ना का शिकार हो रहा है। रोशनी कुशल जायसवाल के पति कुशल जायसवाल तथा अन्य चार कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया है। जिन धाराओं में उन्हे जेल में बंद किया गया है वे सब जमानती धाराएं है, फिर भी जिला प्रशासन सत्ता की खुशामदगी के लिए रोशनी कुशल जायसवाल के परिजनों को प्रताड़ित कर रहा है।
रोशनी जायसवाल का अपराध सिर्फ इतना भर है कि उन्होंने अपने सोशल मीडिया एकाउंट फेसबुक, ट्विटर आदि पर भाजपा के कार्यकर्ता सैफरान राजेश सिंह द्वारा भद्दी भद्दी गालियां, गंदे कमेंट दिए जा रहे थे, इतना ही नहीं बल्कि राजेश सिंह ने खुलेआम बलात्कार तक की धमकी दी। रोशनी कुशल जायसवाल लगातार इन भद्दे कमेंट्स की शिकायत करती रही पर कोई यथोचित कार्यवाही न होते देख उन्होंने खुद अपने सम्मान की रक्षा के लिए राजेश सिंह से इसका प्ररिवाद किया।
नारी अस्मिता और सम्मान के लिए किए गए इस प्रतिवाद के परिणाम स्वरूप ही रोशनी कुशल जायसवाल के खिलाफ जिला प्रशासन ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर रोशनी कुशल जायसवाल के पति समेत अन्य चार लोगों को जेल में बंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं रोशनी कुशल जायसवाल के घर कुर्की की नोटिस भी दे दिया गया है। आखिर एक महिला के साथ योगी सरकार का यह कैसा न्याय है ? ये सारा मामला राहुल गांधी, प्रियंका गांधी के संज्ञान में आया है। एक महिला होने के नाते हम सब कांग्रेसजन अपनी कार्यकर्ता के साथ पूरी ताकत के साथ खड़े हैं। रोशनी कुशल जायसवाल को जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम उनके साथ खड़े रहेंगे।
मैं पत्रकार साथियों के माध्यम से सूबे की सरकार और जिला प्रशासन से आग्रह करती हूं कि इस प्रकरण में यथाशीघ्र रोशनी कुशल जायसवाल के साथ न्याय करें। न्याय का तकाजा है कि दोनो पक्षों की बात सुनी जाय। न कि सिर्फ अपराध करने वालों की बात सुनी जाय। अगर रोशनी कुशल जायसवाल के साथ जिला प्रशासन न्याय नहीं करता है तो महिला कांग्रेस सड़क पर उतरे को मजबूर होगी। हम अपने कार्यकर्ता के सम्मान और न्याय की रक्षा के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध हैं। न्याय मिलने तक हम अपने संघर्ष के रास्ते पर पूरी दृढ़ता के साथ खड़े रहेंगे। उपरोक्त बातें आज महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष (पूर्वी जोन) सहला अहरारी ने मैदागिन स्थित कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारवार्ता के दौरान कहीं । आज की पत्रकारवार्ता में जिला एवं महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, अनुराधा यादव, पूनम विश्वकर्मा, ऋतु पांडेय, चन्द्रकला पुष्कर, पूनम डॉ नृपेन्द्र नारायण सिंह, मुहम्मद उज्जेर, रामजी गुप्ता, विकास पाण्डेय,कृष्णा गौड़आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा होता है की जहां एक तरफ सूबे के मुखिया ये दावा करते हैं की यूपी में लड़कियां, बेटियां इतनी सुरक्षित हैं की आधी रात में भी बेझिझक घूम सकती है पर सूबे के मुखिया का ये दावा आखिर कितना सही है ये सबसे बड़ा सवाल है, bhu का मामला शायद ही कोई भूला होगा जिसमें भाजपा के ही आईटी सेल के तीन लड़कों पर आरोप लगे गिरफ्तारी भी हुई पर फिर सारे बरी हो गए, इस पूरे मामले में सियासत गर्म रही विपक्ष पूरी तरह से योगी सरकार पर हावी रही पर इन सब के बीच उस लड़की का क्या हुआ इसकी चिंता किसी को नहीं रही उस पर क्या बीती इसकी सुध लेने कोई नहीं गया और जो सवाल खड़ा रहा वो कही मौन सुध में विलीन हो गया