आज के महंगाई के ज़माने में हर को ज्यादा से ज्यादा पैसों की जरूरत होती है, क्योंकि हर कोई अमीरी वाली ज़िंदगी जीना चाहता है, सभी को रातों रात करोड़पति बनना है और इसी लालच के वजह से बहुत से लोग साइबर फ्रॉड के चंगुल में फंस जाते है, और फिर अपने हाथ मलते रह जाते हैं, क्योंकि इस तरीके से वो जल्दी अमीर तो नहीं बनते पर जो अपने खून पसीने की कमाई होती है वो जरुर गवां देते है, और उसके बाद सिर्फ अफसोस करने के अलावा और कोई चारा नहीं बचता है । आज की आधुनिकता ने जितना हमारे कामों को आसान किया है, उतना ही हमारे लिए खतरा भी पैदा किया है, जरा सी सावधानी हटी की दुर्घटना घटी, हमारी एक गलती हमारे पूरे बैंक बैलेंस को एक सेकंड में खाली कर देती है। इस आधुनिक दुनिया में इंटरनेट से जुड़े धोखाधड़ी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं, खासतौर से टेलीग्राम पर ये मामले ज्यादा हो रहे हैं, जहां आपको कम समय में ज्यादा पैसा कमाने का लालच देकर आपकी मेहनत की कमाई पर हाथ फेर दिया जा रहा है । ऐसा ही कुछ मामला हुआ बनारस में जहां टास्क के नाम पर 40 लाख की धोखाधड़ी हो गई। ऐसे धोखाधड़ी के मामलो में पैसा वापस पाना एक तरह से नामुमकिन होता है, फिर भी लोग इस उम्मीद से पुलिस के पास जाते हैं की शायद पुलिस उनका पैसा वापस करवा दे ।
संभावना त्रिपाठी की शिकायत –
वाराणसी अस्सी निवासी संभावना त्रिपाठी ने 18 दिसंबर 2023 को वाराणसी साइबर क्राइम में अपने साथ हुए 40 लाख के धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाती हैं। संभावना त्रिपाठी पुलिस को बताती हैं की साइबर ठगों ने कार बुकिंग टास्क पूरा करने के नाम पर विभिन्न टेलीग्राम ग्रुपों तथा वेबसाइटों के जरिए झांसे में लेकर लगभग 39 लाख 15 हज़ार 816 रुपए की ठगी कर ली गई।
सरगना सहित 7 लोग धर दबोचे गए –
True to life से बात करते हुए डीसीपी चंद्रकांत मीणा बताते हैं की “जब से हमें शिकायत मिली थी तब से पुलिस की टीम सक्रिय थी और आखिरकार पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी, इंदौर से पुलिस ने सरगना सहित 7 लोगो को हिरासत में लिया है, सातों अभियुक्त मध्य प्रदेश के ही रहने वाले हैं, ये सब असली वेबसाइट से मिलती जुलती फर्जी साइट बनाकर लोगों से इन्वेस्ट करवाते थें और फिर लाखों की ठगी को अंजाम देते थे, जो 7 अभियुक्त गिरफ़्तार हुए हैं, उसका मास्टरमाइंड जितेंद्र अहिरवार सौ कार नाम से वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगने का काम करता था । इनके पास से हमें 40 से ज्यादा एटीएम कार्ड, कैशबुक और 14 से ज्यादा नैनो सिम बरामद हुए हैं, अभी तक हमें इनका आपराधिक इतिहास नहीं मिला है बाकी पुलिस की छानबीन जारी है”। इन सभी मामलों से एक ही बड़ा सवाल पैदा होता है की आखिर कैसे लोग इनके चंगुल में फंस जाते है ? वजह सिर्फ एक होती है वो है काम समय में ज्यादा पैसा कमाने का लालच और इसी लालच का फायदा उठाते हैं आज के आधुनिक ठग, पढ़े लिखे लोग घर बैठे शॉर्टकट तरीके से ज्यादा पैसा कमाने के लालच में अपने मेहनत की कमाई को एक तरह से गंगा में बहा देते हैं, एक लेखक ने सही लिखा है की सफ़लता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है ।
बनारस से अभय के द्वारा
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