साल 2024 की शुरूआत से पहले ही पूरे देश में चुनावी माहौल चल रहा था, अब फिर वह माहौल 2024 के लोकसभा चुनाव का हो या फिर हरियाणा विधानसभा या फिर जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव हो अब लोकसभा चुनाव 2024 तो पूर्ण हो चुकें है भाजपा की सरकार भी बन गई है लेकिन अब बारी है हरियाणा विधानसभा चुनाव की बता दें की इसी बीच हरियाणा चुनाव को लेकर बड़ी घोषणा चुनाव आयोग यानी ईलेक्शन कमिशन द्वारा की गई है।
चुनाव की तारीखों में किए गए बदलावः
इलेक्शन कमिशन ऑफ इंडिया ने चुनाव की तारीखों मे बदलाव किया है। जिसके चलते 1 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव अब 5 अक्टूबर को होंगे वहीं जम्मू कश्मीर और हरियाणा चुनाव की मतगणना तारीख 4 अक्टूबर से बढ़ाकर 8 अक्टूबर कर दी गई है । चुनाव आयोग ने अधिसूचना जारी कर कहा की ” अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा बीकानेर के राष्ट्रीय अध्यक्ष से हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख को बदलने की मांग की थी। पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई परिवार पीढ़ियों से अपने गुरु जम्भेश्वर की याद में बीकानेर जिले में अपने वार्षिक उत्सव के लिए आसोज महीने में अमावस के दौरान राजस्थान में अपने पैतृक गांव मुकाम जाने की एक लंबी परंपरा का पालन करते आ रहे हैं। इस साल यह उत्सव 2 अक्टूबर को होगा और सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में रहने वाले हजारों बिश्नोई परिवार मतदान के दिन राजस्थान की यात्रा करेंगे। इसकी वजह से वह वोट नहीं डाल पाएंगे”।
भाजपा और जेजेपी की मांगः
चुनाव की तारीख में बदलाव की मांग राष्ट्रीय पार्टी भाजपा समेंत क्षेत्रीय दल इनलो और जजपा ने की थी। इस मांग के पीछे तर्क दिया गया था की अगर एक अक्टूबर को चुनाव कराए गए तो वोटिंग प्रतिशत में गिरावट देखने को मिलेगी, उस दौरान छुट्टी की वजह से लोग राज्य से बाहर घुमने जा सकते हैं । दूसरी तरफ विपक्षी दल आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने इस मांग की आलोचना की थी पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ट कांग्रेस नेता बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहते हैं की ” पार्टी की रूख से पता चलता है की उसने पहले ही अपनी हार मान ली है” ।
पहले भी बदली हैं चुनाव की तारीखः
चुनाव आयोग ने अधिसूचना में यह भी बताया की आयोग ने पहले भी समुदायों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए चुनाव की तारीखों में बदलाव किया है। उदाहरण के लिए 2022 में पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान आयोग ने गुरु रविदास जयंती के लिए वाराणसी जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मतदान को एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया था।इसी तरह मणिपुर में 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान आयोग ने ईसाई समुदाय की रविवार की प्रार्थनाओं का सम्मान करने के लिए मतदान की तारीख में बदलाव किया। इसी तरह 2023 के राजस्थान विधानसभा चुनावों में आयोग ने देवउठनी एकादशी पर तारीख को बदला था। यह राजस्थान में सामूहिक विवाह के लिए जरूरी दिन है। यूपी विधानसभा चुनाव 2012 में बारावफात के कारण मतदान की डेच बदली गई थी।
By Sajal Raghuwanshi
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