हमारे देश यानी भारत में भ्रष्टाचार एक गंभीर मुद्दा है, ऐसे में ज्यादातर नेता भ्रष्टाचार को खत्म करने का वादा तो करते हैं लेकिन सत्ता हाथ लग जाने के बाद वह खुद ही भ्रष्टाचारी की भूमिका बखूबी निभाने लगते हैं, कुछ पर सिर्फ आरोप लगते हैं तो कुछ पर यह आरोप सिद्ध हो जाते हैं। दिल्ली की नई सीएम कौन होंगे| हालीं में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, अगर केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की इस चाल को ध्यान से देखें तो समझ आता है की इसके पीछे पार्टी की अचूक रणनीति है, इस रणनीति से अरविंद केजरीवाल की छवि तो सुधरेगी ही उसके साथ-साथ पार्टी को भी फायदा मिलेगा लेकिन इसी बीच एक सवाल और खड़ा हो ता है और वह यह कि आखिर केजरीवाल ने गिरफ्तारी के इतने लंबे समय के बाद अचानक क्यों इस्तीफा दिया ? आतिशी वह होंगी दिल्ली की नई सीएम अब इसके पीछे पार्टी का पॉलिटिकल बेनिफिट तो है ही साथ में केजरीवाल की मजबूरियां भी हैं,जैसे की सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार अरविंद केजरीवाल ना ही मुख्यमंत्री कार्यालय जा सकते हैं, ना ही सचिवालय और ना ही किसी फाइल पर साइन कर सकते हैं ।
एक तरफ केजरीवाल का इस्तीफा तो दूसरी तरफ आतिशी का सरकार बनाने का दावा :
आप नेता आतिशी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है तो वहीं अरविंद केजरीवाल ने भी उप राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है, बता दें की अब उप राज्यपाल विनय सक्सेना केजरीवाल के इस्तीफे को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उनकी स्वीकृति के लिए भेज देंगे. वो दिल्ली की नई सीएम बनेंगी | इसके साथ ही वह नई सरकार बनाने के लिए आतिशी का पत्र भी राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजेंगे, एक बार केजरीवाल का इस्तीफा स्वीकार हो जाने के बाद, एलजी आतिशी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे और शपथ ग्रहण समारोह की तारीख देंगे. इस प्रक्रिया में कुछ दिन लग सकते हैं.आतिशी दिल्ली की नई सीएम बनेगी फिर नई मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी दिल्ली विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगी. जिसके लिए आप सरकार ने पहले से ही 26-27 सितंबर को विधानसभा का सत्र पहले से बुलाया हुआ है। वहीं दूसरी तरफ अगर देखें तो इस पद के लिए आतिशी को इसलिए भी चुना गया है क्योंकि राजनीति के अनुभव के साथ ही केजरीवाल सरकार में आतिशी के पास वित्त, शिक्षा और राजस्व सहित 14 विभाग रहे हैं , जिस से ना केवल उनके अनुभव बल्की पार्टी में सक्रियता का भी परिचय साबित होता है।
आखिर AAP ने आतिशी को ही क्यों दिल्ली की नई सीएम चुना:
कथित शराब नीति घोटाले में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद यह कयास लगाना मुश्किल हो रहा था कि पार्टी को अब कौन दिशा दिखाएगा, कौन पार्टी कि बागड़ोर संभालेगा और कैसे आप सरकार दिल्ली में टिकी रहेगी, लेकीन पार्टी की सारी बागड़ोर आतिशी ने बड़े ही अच्छे से संभाल ली, आतिशी को अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद के लिए इसलिए भी फिट समझा क्योंकि हमेशा आतिशी आम आदमी पार्टी के पक्ष में ही दिखाई दीं, वहीं आतिशी को चुनने के पीछे एक वजह यह भी है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ 4 महीने बचे हैं ऐसे में पार्टी कोई बड़ा बदलाव करने से बचना चाहती थी।
अन्ना आंदोलन के सिपाही और केजरीवाल के विरोधी का पक्ष :
अन्ना आंदोलन के सिपाही और भारतीय लिबरल पार्टी (BLP) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश कुमार रायज़ादा ने True To Life से बात करते हुए कहा कि दिल्ली की जनता की बदहाली अब खतम हुई है। “अन्ना आंदोलन की मृत्यु करने वाला और चंदा चोर अरविंद केजरीवाल अब मुख्यमंत्री नहीं हैं। इसके लिए दिल्लीवासियों को बधाई। भ्रष्ट केजरीवाल अपने कर्मो का फल भोग रहे हैं”। डॉ रायज़ादा ने आगे कहा कि आतिशी मार्लेना को मुख्यमंत्री बनाना केजरीवाल की बस एक चाल है। सीएम पद का रिमोट कंट्रोल अभी भी केजरीवाल के पास ही होगा । आतिशी दिल्ली की नई सीएम बनेगी |
वहीं केजरीवाल के इस्तीफे पर True To Life ने जब दिल्ली के लोगो से बात की और जाना की अरविंद केजरीवाल के इस फैसले पर उनकी क्या राय है, तब राजनीतिक जानकर शिवांश ने बताया की एक तरफ आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के मन में छाप छोड़ना चाहती है और यह मैसेज देना चाहती है की आप की सरकार एथिकल है, वहीं इस कृत्य को ध्यान से देखें तो गिरफ्तारी के छह महीने बाद इस्तीफा देने से सिर्फ मीडिया में ही हलचल होगी दिल्ली जनता पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
Sajal Raghuwanshi
Reporting for True To Life